अलसी खाने का तरीका और उसके फायदे
अलसी को ‘तीसी’ भी कहा जाता है. (इंग्लिश में इसे फ्लैक्स सीड्स कहा जाता है.) इसमें आमतौर पर मछली में पाया जाने वाला ‘ओमेगा-थ्री’ पाया जाता है, जो दिल के लिए काफ़ी फायदेमंद होता है. आइये जानते हैं अलसी खाने का सही तरीका और इस बीज के फायदे.
जो लोग शाकाहारी हैं उन्हें अलसी का नियमित सेवन जरूर करना चाहिए. अलसी के सेवन से रक्त पतला होता है, जो खून के थक्के नहीं जमने देता, जिससे हृदय का रक्तसंचरण सुचारू रूप से चलता रहता है. अलसी के सेवन से हृदय रोगों से तो बचाव होता ही है साथ ही कोलोन कैंसर,ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से भी बचाव होता है.
अलसी खाने का तरीका
अलसी का सेवन अलग-अलग बीमारियों में अलग तरह से किया जाता है, अलसी के सेवन के लिए बेहतर है कि उसे पीसकर प्रयोग में लाया जाए और एक दिन में 30 ग्राम से ज्यादा इसका प्रयोग न किया जाए. अलसी का सेवन आप गर्म पानी के साथ, दही या मट्ठे के साथ,फलों के रस के साथ, रोटी या परांठे में मिलाकर आदि कई तरीकों से कर सकतें हैं.
अलसी के बीज खाने के फायदे
अलसी मधुमेह रोग में भी खासी फायदेमंद है, जो कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और हृदयगति को सामान्य बनाये रखती है. अलसी में ओमेगा-थ्री, फाइबर, सेलेनियम, पोटेशियम, लिगनेन, विटामिन बी ग्रुप, मैग्नीशियम और जिंक आदि तत्व होते हैं, जो इसे अपने-आप में ही एक ‘सुपरफूड बनातें हैं. अलसी एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइटोकैमिकल्स से भी युक्त होती है जो त्वचा पर झुर्रियां नहीं होने देती और त्वचा का कसाव बनाये रखती है. इसका उचित मात्रा में नियमित सेवन त्वचा को स्वस्थ और सुन्दर बनाता है. अलसी वज़न कम करने में भी सहायक है. आयुर्वेद में अलसी को कई यौन संबंधी रोगों के लिए रामबाण माना गया है.
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